IP Address क्या है? (What is IP Addresses in hindi and its requirment)

 

 

Hello! दोस्तों आज हम लोग कम्प्यूटर और इन्टरनेट के एक ऐसे घटक के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे IP Address  कहते हैं जो सभी को अच्छी तरह से समझ में नहीं आता कि यह क्या है तो फिकर करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकी आज आपका दोस्त आपके सारे कन्फ्यूजन को दूर करने वाला है।

 

IP Address एक प्रकार का पता होता है मगर यह हमारे समझने के लिये नहीं होता इसको इन्टरनेट पर किसी डिवाईस या यूजर तक पहुँचने का वह पता होता है जिसे कम्प्यूटर प्रयोग करता है। जिस प्रकार हमारा पोस्टल एड्रेस होता है या मोबाईल नम्बर होता है उसी प्रकार कम्प्यूटर का भी एक एड्रेस होता है। तो चलिये इसके विषय में विस्तार में बात करते हैं।

 

 

#1 IP Address  की परिभाषा

 

एक IP Address (Internet Protocol Address) एक यूनीक नम्बरों का एक सेट होता है। जो एक डिजिटल लेबल की तरहा काम करता है जो Devices की पहचान करने तथा उनका पता लगाने में मदद करता है। तथा एक दूसरे से Communicate करने मे सहायता करता है।

 

IP Address क्या है? (What is IP Addresses in hindi and its requirment)

 

 

 

Table of Contents

     

    #2 Classes of IP Address 

     

    IP Address Classes  का प्रयोग Internet के शुरूआती दिनों में Network  के आकार के अनुसार IP Addresses  दिये जाते थे। जो निम्नलिखित पाँच प्रकार के होते हैं। 

     

     

    A

    Class A Addresses

     Class A Address को बड़े नेटवर्क्स के लिए डिजाईन किया गया है। 

     

    Class A IP Address की रेन्ज 0.0.0.0 से 127.255.255.255 है जो कि 16 मिलियन होस्ट प्रति नेटवर्क सपोर्ट करता है।

     

    इस क्लास के एड्रेस में पहला 8 बिट(पहला हिस्सा) नेटवर्क की पहचान करता है तथा बाकी 24बिट्स नटवर्क के प्रत्येक होस्ट की पहचान करते हैं। इस क्लास की रेंज में कुछ एड्रेस सुरक्षित रखे जाते है कुछ विशेष प्रयोग के लिये जैसे- 0.0.0.0 को Default Route और 127.0.0.1 को Loopback Address के लिये।

     


    B

    Class B Addresses

     Class B Network  को मीडियम आकार के Networks  के लिए डिजाईन किया गया है।

     

    Class B Network की Range 128.0.0.0 से 191.255.255.255 है जो कि 65,000 होस्ट प्रति नेटवर्क सपोर्ट करता है।

     

    इस क्लास के एड्रेस में पहले दो हिस्से (octets) 16 बिट्स नेटवर्क की पहचान करते हैं बाकी के आखिरि दो हिस्से (Octets) 16 Bits प्रत्येक होस्ट की पहचान करते हैं।

     

    IP Address Range 172.16.0.0 से 172.31.255.255 को प्राईवेट नेटवर्क के लिए सुरक्षित रखा गया है।

     


    C

    Class C Addresses

    Class C Address को छोटे Networks  के लिए प्रयोग किया जाता है। 

     

    Class C Address की Range 192.0.0.0 से 223.255.255.255 है जो कि 254 होस्ट प्रति नेटवर्क सपोर्ट करता है।

     

    इस क्लास के पहले तीन हिस्से (Octets) यानी 24 बिट्स नेटवर्क की पहचान करते हैं तथा अन्तिम 8 बिट प्रत्येक होस्ट की पहचान करता है।

     


    D

    Class D Addresses

    Class D Address को Multicast Communication  के लिये डिजाईन किया गया है। इसके अन्तर्गत तीन तरहा से कास्टिंग होती है।

     

    Unicast- जब किसी एक Sender  के द्वरा किसी एक  Receiver  को डाटा सेंड किया जाता है।

     

    Broadcast- जब किसी एक Sender के द्वारा सभी संभावित Receiver  को भेजा जाता है।

     

    Multicast- जब किसी एक Sender के द्वारा Receivers  के विशेष ग्रुप को भेजा जाता है।


    Class D Address की Range 224.0.0.0 से 239.255.255.255 है तथा IGMP(Internet Group Management Protocol) प्रोटोकाल का प्रयोग करके होस्ट और राउटर के बीच में Coordination  बनाता है।

     


    E

    Class E Addresses

    Class E Address को Experimental प्रयोग और Future  के लिये आरक्षित रखा गया है।

     

    Class E Address की Range 240.0.0.0 से 255.255.255.255 है।



    #3- IP Address कितने प्रकार के होते हैं? Types of IP Address

    IP Address मूल रूप से दो प्रकार के होते हैं 

        A- Private IP Address 
        B- Public IP Address

     

    A

    Private IP Address? प्राइवेट IP Address क्या है

     Private IP Address का प्रयोग लोकल नेटवर्क्स में किया जाता है जैसे कि किसी Office, Institution, Home Network जो एक नेटवर्किंग डिवाइस या WiFi से कनेक्ट होकर एक लोकल नेटवर्क बनाते हैं यह डायरेक्ट Internet की पहुँच से दूर होते हैं। 

     

    यह IP Addresses आपके Router या Networking Device के द्वारा Assign या प्रदान किये जाते हैं। तथा इन्हीं Devices की पहुँच तक सीमित रहते हैं Internet की पहुँच से दूर होते हैं। 


    इस नेटवर्क से जुड़े डिवाईसेस को उनके लोकल नेटवर्क वाले IP Address  का प्रयोग करके Internet  के द्वारा उन तक नहीं पहुँचा जा सकता इस तरहा के  IP Address  को Private IP Address कहते  हैं।

     

    Private IP Address मे कितनी Classes होती हैं?

    Private IP Addresses  को उनके नेटवर्क के आकार के हिसाब से इन तीन क्लासेस Class A, Class B, Class C मे श्रेणीबद्ध किया गया है। 

     

     

    I

    Class A Private IP Addresses

    • Address Range   -  10.0.0.0 to 10.255.255.255
    • Subnet Mask      -  255.0.0.0
    • Total Addresses - 16,777,216 (2^24)
    •  आम तौर पर एक से अधिक Subnet वाले बड़े संगठनों के बड़े नेटवर्क में उपयोग किया जाता है।

      II

      Class B Private IP Addresses

      • Address Range   -  172.16.0.0 to 172.31.255.255
      • Subnet Mask      -  255.255.0.0
      • Total Addresses - 1,048,576 (2^16)
      •  आम तौर पर मध्यम या मीडियम साइज के नेटवर्क या कम्प्नीज के प्रयोग के लिये होता है।

       

      III

      Class C Private IP Addresses

      • Address Range   -  192.168.0.0 to 192.168.255.255
      • Subnet Mask      -  255.255.255.0
      • Total Addresses - 65,536 (2^16)
      •  आम तौर पर छोटे घरेलू नेटवर्क के लिये प्रयोग के लिये होता है।
      •  

       इन IP Addressess को IANA (Internet Assigned Numbers Authority) के द्वारा परिभाषित किया गया है। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन सीमाओं के भीतर IP Address सार्वजनिक इन्टरनेट पर रूट करने योग्य नहीं है।

       

      इस प्रकार के Addresses तक NAT(Network Address Translation) एवं अन्य तकनीकों के प्रयोग के बिना पहुँचा नहीं जा सकता। 

       

       

      B

      Public IP Address? पब्लिक IP Address क्या हैं?

      Public IP Address को आप Globally वैश्विक स्तर पर पूरी दुनिया में कहीं से भी Access कर सकते हैं या इस पते पर पहुँच सकते हैं।

       

      Public IP Address आपके Device को आपको या आपके Router  को ISP(Internet Service Provider) के द्वारा Assign या प्रदान किया जाता है।

       

       

      #4- Version of IP Address?IP Address Version क्या है?

       IP Address Version मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-

          A- IPv4(Internet Protocol version 4)
          B- IPv6(Internet Protocol version 6)

       

      इन Version का प्रयोग इन्टरनेट पर जुड़ने वाले Devices  की बढ़ती संख्या को Internet जोड़ने की सुविधा प्रदान करते हैं।

       

       

      A

      IPv4 Version IP Address

       यह IP Addressing का पुराना तरीका है और व्यापक रूप से प्रयोग किये जाने वाला तरीका है जिसकी एक लिमिटेशन है कि इस IP Address  के Version के अन्तर्गत लगभग 4.3 बिलियन तक हीं  Unique Addresses  उपलब्ध कराये जा सकते हैं

       

      IPv4 Addresses 32Bit एड्रेस होते हैं।

       

      IPv4 Addresses  में चार पद होते हैं प्रत्येक पद के बाद एक बन्दू या दशमलव लगाकर अलग किया जाता है प्रत्येक पद का मान 0 से 255 के बीच में होता है 

       

      एक IPv4 Address (192.168.1.1) की तरहा दिखता है।


      B

      IPv6(Internet Protocol version 6)

      IPv4 Version मे सीमित Unique Addresses संख्या के कारण ही IPv6 Address  का विकास किया गया।

       

      यह Address 128 बिट के होने के कारण इसमे असीमित संख्या में Unique Address बनाये जा सकते हैं सीमा तो इसकी भी है लेकिन असीमित इसलिये कहा जा सकता है क्योंकी यह संख्या बहुत बड़ी है।

       

      IPv6 Address मे Hexadecimal notation का प्रयोग किया गया है।

       

      IPv6 Address में आम तौर पर आठ पद होते हैं इसमें separating या एक पद को दूसरे पद से अलग करने के लिये कॉलन(Colons) का प्रयोग किया जाता है।

       

      उदाहरण- 2000:0db8:85a3:0000:0000:8a2e:0370:7334

       

       
       

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      Management of IP Addresses आईपी एड्रेसेस का रखरखाव

       

      इसके लिए पूरी दुनिया में एक संस्था है जो पूरी दुनिया मे IP Address का रखरखाव करती है उसका नाम है IANA (Internet Assigned Numbers Authority)-

       

      IANA (Internet Assigned Numbers Authority)

      IANA (Internet Assigned Numbers Authority) एक विश्वस्तरिय संगठन है जो IP Address का Allotment पूरी दुनिया में करती है यह संस्था पूरी दुनिया की पाँच क्षेत्रिय रजिस्ट्रियों RIR (Regional Intrenet Registry) को IP Addresses के बड़े ब्लाक का आवंटन करती है। इसके बाद प्रत्येक रीजन की रजिस्ट्री ISPs(Internet Service Providers) और Local Registries को  में IP Address आवंटन की जिम्मेदारी रजिस्ट्री (RIR) की होती है।

       

       

      >RIR (Regional Internet Registries) of different Regions

      Sr. No. RIRs Regions
      #1 ARIN (American Registry for Internet Numbers) North America
      #2 RIPE NCC (Reseaux IP Europeens Network Coordination Centre) Europe, Middle East, and Central Asia
      #3 APNIC (Asia-Pasific Network Information Centre) Asia and the Pacific region
      #4 LACNIC (Latin American and Caribbean Network Information Centre) Latin America and the Caribbean
      #5 AFRINIC (African Network Information Centre) Africa

       

       

       

       

       निष्कर्षः-

      इस पोस्ट मे हमने जाना की IP Address क्या है? IP Address कितने प्रकार के होते हैं, इसमें कौन-कौन सी Classes होती हैं।

       

      इसी के साथ हमने देखा की IP Addresses  के Version  क्या होते हैं। Private और Public IP Address  क्या है



       

      IP Address के सम्बन्ध में उपरोक्त जानकारी जो उपलब्ध करायी गयी है। यदी आपकी हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारी अच्छी लगती है तो हमारी वेबसाईट को फालो करें धन्यवाद!


       

      FAQ (Friquently Asked Questions)

      Q1- मेरा आईपी एड्रेस क्या है?

      Ans- अपना आईपी एड्रेस जानने के लिये Google के Search Box मे What is my IP Address टाईप करके एंटर दबायें या सर्च करें आपको आपका आईपी एड्रेस पता चल जायेगा ।

      Q2- आईपी ​​एड्रेस कैसे काम करता है?

      Ans2- एक आईपी एड्रेस की कार्य प्रणाली इस प्रकार होती है कि जब हम किसी वेबसाईट जैसे- "www.utubepathshala.in" type करते हैं तो यह एड्रेस तुरंत ही एक आईपी एड्रेस में परिवर्तित होकर सर्वर की पहचान करता है फिर उस सर्वर पर जाता है सर्वर उस आईपी एड्रेस से डोमेन की पहचान करके आपको "www.utubepathshala.in" के नाम से उपस्थित पेज या वेबसाईट को दिखाता है।

      Q3- आईपी एड्रेस क्या है?

      Ans3एक आईपी एड्रेस आपके लोकल नेटवर्क या इंटरनेट पर आपकी या आपके डिवाईस की पहचान होती है या पता होता है। यह पता एक प्रकार की विशेष कोडिंग में होता है जिसे सर्वर पहचानता है जिससे आपको या आपके डिवाईस को आपके लोकल नेटवर्क या इंटरनेट पर पहचाना जा सकता है या आपसे कम्यूनिकेशन करने के लिये आपके से कनेक्ट किया जा सकता है।

      Q4- स्टेटिक(Static) आईपी एड्रेस क्या है ?

      Ans4- स्टेटिक(Static) आईपी एड्रेस वह एड्रेस होते हैं जो मैनुअली एक एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा कन्फिगर किये जाते हैं। एडमिनिस्ट्रेटर किसी डिवाईस के लिये एक निश्चित आईपी एड्रेस Subnet mask, gateway, and DNS server निर्धारित करता है। यह आमतौर पर सर्वर, राऊटर आदि के लिये प्रयोग किया जाता है।

      Q5- डाईनेमिक (Dynamic) आईपी एड्रेस क्या है ?

      Ans5- डाईनेमिक (Dynamic) आईपी एड्रेस आमतौर पर ऑटोमैटिकली DHCP(Dynamic Host Configuration Protocol) Server के द्वारा प्रदान किया जाता है। जो प्रत्येक डिवाईस के लिए हमेशा बदलता रहता है हम जितनी बार DHCO Server से कनेक्ट करते हैं DHCP हर बार हमें नया आईपी एड्रेस प्रदान करता है

      Q6- स्टेटिक(Static) आईपी एड्रेस और डाईनेमिक (Dynamic) आईपी एड्रेस मे क्या अन्तर है?

      Ans6- Static IP Address मैनुअली किसी एडमिन के द्वारा कन्फिगर किये जाते हैं जबकी डाईनेमिक (Dynamic) आईपी एड्रेस DHCP Server के द्वारा ऑटोमैटिकली प्रदान किये जाते हैं। जो अस्थाई होते हैं हम जितनी बार कनेक्ट करते हैं उतनी बार हमे नया आईपी एड्रेस प्रदान किया जाता है।

      Q7- आईपी ए़ड्रेस कितने प्रकार के होते हैं?

      Ans7- आईपी एड्रेस दो प्रकार के होते हैं- 1) IPv4 और 2) IPv6

      Q8- IPv4 कितने बिट का होता है?

      Ans8- IPv4 Address 32 बिट का होता है।

      Q8- IPv4 कितने बिट का होता है?

      Ans8- IPv4 Address 128 बिट का होता है।

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